
कर कृपा तेरे दर आऊँगा
कर किरपा तेरे दर आऊँगा,मैं भी तेरा दर्शन पाउँगा,कर किरपा तेरे दर आऊँगा….. एक नजर किरपा की कर दो,झोली माँ खुशियों से भर दो,तेरे चुनरी सीस चढ़ाऊंगा…. जो भी तेरे दर चल आये,बिना मांगे सब...
कर किरपा तेरे दर आऊँगा,मैं भी तेरा दर्शन पाउँगा,कर किरपा तेरे दर आऊँगा….. एक नजर किरपा की कर दो,झोली माँ खुशियों से भर दो,तेरे चुनरी सीस चढ़ाऊंगा…. जो भी तेरे दर चल आये,बिना मांगे सब...
शुकर तेरा माँ किवें करां,मैनु समझ ना आउंदी ए,मैं मंगदा हां इक तेरे तो,तू लख लुटाउँदी ए,मेरी माँ लख लुटाउँदी ए,मेरी माँ लख लुटाउँदी ए,शुकर तेरा माँ….. मेरा शुक्राना बड़ा छोटा ए,तेरी रहमत काफी वड्डी...
लगाया त्रिलोकपुर दरबार मेरी मां बाला सुन्दरी ने,मेरी मां बाला सुन्दरी ने मेरी मां बाला सुन्दरी ने,लगाया त्रिलोकपुर दरबार मेरी मां बाला सुन्दरी ने…. रामदास पे कृपा कर मां त्रिलोकपुर में आई,सपने में फिर दर्शन...
( पाऊं दर्शन मैया आपके तोभक्ति में मैं संलिप्त हो जाऊंमिले दो बूंद दया अमृत की तोकृपा से आपकी मैं तृप्त हो जाऊं। ) फिक्र क्या करनी,जब मैया जी साथ हैं,जगत जननी है माई,जगत सकल...
आए हैं दरबार आए हैं, आए हैं दरबार, भगत मां आए हैं llलाए हैं, लाए हैं श्रद्धा के, हार माँ लाए हैं llआए हैं, आए हैं दरबार,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, सच्ची तूँ, तेरा प्यार भी सच्चा llजग से...
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे llll ये मंत्र है, मां चामुण्डा का,इस में मां, शक्ति समाती है,हर इक चिंता, हर इक बाधा,"इसे जपने से, मिट जाती है" l*नहीं बाल भी बांका, हो उसका llजो...
दया करो मां दया करो, बाला सुन्दरी दया करो,नाव पड़ी मझधार है मेरी अब तो भव से पार करो…. विपदा ने मुझे घेर लिया है सब ने ही मुंह फेर लिया है,छाया है घनघोर अंधेरा...
कद सी आवेगी माँ बाला सुन्दरी कद सी आवेगी,मैया री तेरे भक्त देख रे बाट बता दे कद सी आवेगी….. माँ ज्योत जगा दी भेट चढ़ा दी तेरी देख रे बाट,हो संग लेके मेरे हनुमान...
मां बाला सुन्दरी ने रखा सर पे हाथ,देखो मैं मालामाल हो गया,जग की दाती ने रखा सर पे हाथ,देखो मैं मालामाल हो गया….. त्रिलोकपुर का देख नजारा,मैया का मन्दिर बड़ा प्यारा,जहाँ कृपा की होती बरसात...
नै मांगब सोना माँ, नै मांगब चांदी,दर्शन दिह माँ दुर्गा भवानी॥ एलौ शरणमे माँ बैनक भिखारी,अहा चरणके माँ हम छी पुजारी,कि कि सुनाबौ -2 माँ,हम अपण कहानी…. जीवनके भार माँ सौप देलौ सबटा,अही हरु मा...
ओ मैया मैंने दो दो कुल अपनाए,तन मन धन सब कर दिया अर्पण वह मेरे ना हो पाए,ओ मैया मैंने दो दो कुल अपनाए…. एक कुल में मैंने जन्म लिया है,बीस बरस वहां मैंने बिताऐ,ऐसे...
( दिया बहुत मेरी माँ ने मुझको,उतनी मेरी औकात कहाँ?ये तो मेहर है मेरी मईया की,वरना मुझ में ऐसी बात कहाँ? ) माँ तुमने लाड लड़ाया तो,मेरा उपकार हो गया,सदके जाऊँ मैया जी तुम्हारे,मैं तुम्हारा...