है कलयुग का राजा वह शीश का दानी ।।
सारी दुनिया हुई है मेरे श्याम की दीवानी।।
सारे जग में खाटू वाले श्याम का डंका बाज रहा ।
खाटू धाम से बैठा वह भक्तों के काज सवार रहा॥-2
विश्वास उसको यह हो रहा है,श्याम का प्रेमी वो बन गया है,
देता है जो हारे को सहारा,वही लगे श्री श्याम को प्यारा,
सच्चे प्रेमी की करता है हरदम यह निगरानी,
है कलयुग का राजा वह…..
गली गली और गांव गांव में एक यही जयकार है।
खाटू वाले श्याम धनी का सच्चा यह दरबार है॥-2
सच्ची पुकार हो तो दर पर बुलाये,सोए हुए उसके भाग्य जगाए,
श्याम प्रभु को दिल से बुला लो,सोए हुए अपने भाग्य जगा लो,
श्याम ही है आधार जगत में -2, श्याम ही तारण हारी,
है कलयुग का राजा वह…..
Author: Unkonow Claim credit