आज खुशी ना मन मैं समावै,
म्हारो मन डो नाचै गावै,
दुखां री काली छाया म्हारे घर सु हटा दी रे,
किरपा कर दी बाबो घर मैं मोज लगा दी रे ,

घर घर जागै बानटू मिठाई,
सगला सु मैं तो लेउ बधाई,
म्हारे आँगनीय मैं किलकारि गुंजा दी रे,
किरपा कर दि बाबो घर मैं मोज लगा दी रे,

आज खुशी सु पागल ना हो जाऊँ ,
घनो घनो बाप जी रो सुकर मनाऊ,
जितेजी बाबो म्हाने आ खुशी दिखा दी रे,
किरपा कर दि बाबो घर मैं मोज लगा दी रे,

पुरो परिवार लेर रूणिचे जाऊँ,
हर साल घरे जमो जगाउ,
“आदिवाल” परिवार री बाबो बेल बडा दी रे,
किरपा कर दि बाबो घर मैं मोज लगा दी रे,

Author: Unkonow Claim credit

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