धन तो धणी छ रे धन भाग रे,
श्री म्हारा अब तो आजो जी म्हारे पावणा,

घर का तो रूसिया माई बाप रे,
श्री जी म्हारा अपणा देवे है म्हाने बोल रे,
धन तो धणी छ रे धन भाग रे……

पैदल तो आवे है नर नार रे श्री म्हारा,
ओ जी श्री म्हाने परचा दिखाओ म्हाने आज रे,
धन तो धणी छ रे धन भाग रे……..

झुर झुर रोवे है नर नार रे श्री जी म्हारा,
दुखडा मेटो जी म्हारा आज रे,
धन तो धणी छ रे धन भाग रे……

भगत बुलावे बेगा आऔ श्री जी म्हारा,
“मयूर’ बुलावे थाने आज रे,
धन तो धणी छ रे धन भाग रे……..

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह