
दानी बड़ा ये भोलेनाथ
दानी बड़ा ये भोलेनाथ,पूरी करे मन की मुराद,देख ले माँग के माँग के,तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा… दिन दयालु कहे इसको जमाना,काम है इसका किस्मत जगाना,भोले के दर पे...
दानी बड़ा ये भोलेनाथ,पूरी करे मन की मुराद,देख ले माँग के माँग के,तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा… दिन दयालु कहे इसको जमाना,काम है इसका किस्मत जगाना,भोले के दर पे...
अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा,दरबार तुम्हारा,भूत प्रेत नित करे चाकरी सबका यहाँ गुज़ारा,अजब है भोलेंनाथ ये दरबार तुम्हारा,दरबार तुम्हारा… बाघ बैल को हरदम एक जगह पर राखे,कभी ना एक दूजे को, बुरी नज़र से...
है भोलेनाथ की शादी हम तो नाचेंगे,है भोलेनाथ की शादी हम तो नाचेंगे… पिया है भांग बजी है बीट,चढ़ी है मस्ती गायेंगे गीत,छोड़ के सारी फिक्रा खुशियां बाटेंगे… है भोलेनाथ की शादी हम तो नाचेंगे,है...
भोले पैदल चले आ रहे है… उनकी जटा में गंगा विराजे,वो बहाते चले आ रहे है,उनके माथे पे चंदा विराजे,वो चमकाते चले आ रहे है,कितनी सुन्दर है माँ तेरी नगरी,भोले पैदल चले आ रहे है…...
तर्ज : दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है… शिव भोले का डमरु, जब-जब बजता है,धरती – अम्बर सारा ही, जग नचता है,देव-असुर-नर- किन्नर, सारे नाच रहे,भगतों का भी प्यारा, जमघट मचता है । शिव भोले...
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में,निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में,सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में….. (तर्ज – सज रही गली मेरी माँ) अरे देखो भोले बाबा की अजब है बात,चले हैं संग...
एक दिन वो भोले भंडारी,बन कर ब्रज की नारी,गोकुल में आ गए…पार्वती जी मना के हारी,ना माने त्रिपुरारी,गोकुल में आ गए… पार्वती से बोले स्वामी,मैं भी चलूँगा तेरे साथ में,राधा संग श्याम नाचे,मैं भी नाचूँगा...
मुझको नंदी बना लेबंधी तो मैं कबसे महादेव का बन चूका हुँअब तो बस नंदी बनाना है….. मुझको नंदी बना ले,अपना संगी बना ले,अपना बंधी बना ले मेरे भोले…. मुझको नंदी बना ले,अपना संगी बना...
पूरब से जब सूरज निकले सिंदूरी घन छाए….पवन के पग में नूपुर बाजे मयूर मन मेरा गाए….पूरब से जब सूरज निकले सिंदूरी घन छाए….पवन के पग में नूपुर बाजे मयूर मन मेरा गाए….मन मेरा गाए……..ॐ...
तुम प्रांरभ हो आरम्भ हो तुम्ही अंत हो,जिसे देवता ही नहीं दानव भी पूजे,मेरे शभूनाथ तुम ऐसे सन्त हो । मेरा हाथ थाम भोले,यूं ही साथ साथ चलना ।मन शंभू-शंभू बोले,भोले इतना वर देना ॥...
जय शिव शंकर जय गंगाधर करूणाकरकरतार हरे ,जय कैलाशी जय अविनाशी सुखराशी सुखसार हरे ।जय शशिशेखर जय डमरूधर जय-जय प्रेमा गार हरे ,जय त्रिपुरारी जय मदहारी अमित अनन्त अपार हरे ।निर्गुण जय जय सगुन अना...
देवों के देव तुम महादेव,देखूं में जहां तुम वहां देव ।मेरे रग रग में हो भोलेनाथ,तुम चलो साथ चलूं जहां देव ॥ तुम नीलकंठ तुम हरिकंठ,तुम हरी हरी विषभरी कंठ,तुम शंकर हो तुम सर्वदेव,तुम विष...