
जय हो गंगाधारी जय हो भोले भंडारी
जय हो गंगाधारी, जय हो भोले भंडारी,झुकती सारी दुनिया सारी झुकती,तू आदि शिव नारी, जय हो भोले भंडारी,जय हो गंगाधारी, जय हो भोले भंडारी…… भोले शिव मेरे वरदानी,भोले देते दाना पानी,जपते सब नर नारी, जय...
जय हो गंगाधारी, जय हो भोले भंडारी,झुकती सारी दुनिया सारी झुकती,तू आदि शिव नारी, जय हो भोले भंडारी,जय हो गंगाधारी, जय हो भोले भंडारी…… भोले शिव मेरे वरदानी,भोले देते दाना पानी,जपते सब नर नारी, जय...
एह लिबड़ेया सीबड़ेया जोगी,एह लिबड़ेया सीबड़ेया जोगी,नी गौरा तेरा की लगदा,नी तू जीहदे जोगी होई,जीहदे लई साधनी हो गई,ना जीहदे बिना जी लगदा,एह लिबड़ेया सीबड़ेया जोगी…… तू कैसा लाड़ा चुनया नी,जो भुता दे संग रेहँदा,भंगा...
ॐ नमोः शिवाय, ॐ नमोः शिवाय, xll-llभोले बाबा, नाच करत हैं ll, जब मस्ती में आए,,,ॐ नमोः शिवाय, ॐ नमोः शिवाय, xll-llबोलो नीलकंठ की,,, ( जय जय जय )बोलो डंमरु धारी की,,, ( जय जय...
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,गंगा जटा च विराजे, हथ त्रिशूल साजे,नाग देव गले दे विच पाके,रूप किना सोहना लगदा,जदो वजदा, बदल वांगु गजदा,डंमरू शिवा दा वजदा,ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय…… जदो मस्ती च...
मेरे भोले की बारात चली सज धज के,सारे ख़ुशी से पागल अज्ज नच नच के,देखा दूर से तो भूतो का अखाड़ा लगता,देखो माँ गौरा का लाड़ा कितना प्यारा लगता…… संग में भूत और प्रेत बाराती,शुक्र...
दुनिया में मच रयो शोर भोले भंडारी…… कोई कहे त्रिपुरारी, कोई कोई भंडारी,कोई करे तपस्या घोर भोले भंडारी,दुनिया में मच रयो शोर भोले भंडारी…… कोई कहे जग का दाता, कोई भाग्य विधाता,भगतो का है चित...
भंगिया ना घोटु भोले, तड़के पीहर जाऊ,दुखड़ा मैं अपना भोले किसने सुनाऊ……. कहके इक लौटा भोले बालटी घुटवावे सै,घट घट पिके भंगिया भोले बम बम गावे सै,छाले पड़ गए हाथ में किसने दिखाऊ,भंगिया ना घोटु...
मेरे सारे धाम करा दे भोले रट लूंगी राम….. पहला धाम मात पिता की आज्ञा,सास ससुर की सेवा करा दे, भोले रट लुगी राम,मेरे सारे धाम करा दे भोले रट लूंगी राम….. दुजा धाम मेरा...
सर पर रख दो हाथ मेरे महाकाल महाराज शंभू शंभू नाम तेरा जब लेता हूं,इक पल में ही सारी सदियां जीता हूं,जहर दिया है दुनियां वालों ने हरदम,लेकिन मैं शिव नाम का अमृत पीता हूँ,सर...
तर्ज – एक प्यार का नगमा है संकट का नजारा है,अब तू ही सहारा है,डमरू वाले भोले भाले,मैंने दामन पसारा है…… त्रिभुवन में बड़ा सबसे,महादेव कहाता है,भव डूबती नैया को,तू ही पार लगाता है,मालिक है...
मन शिव में ऐसे रमा है,ये भूल गए हम कहा है,सारा जग शिव मय दिखता है,अम्बर शिव धरती उमा है,मन शिव में ऐसे रमा है…… जब ध्यान में आते है शिव जी,मुझे अद्भुत शांति मिलती...
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनॆत्रं च त्रियायुधं।त्रिजन्म पापसंहारम् बिल्वंपत्रम शिवार्पणं॥ मैं देखो उज्जैन नगरी आया,संग कावड़ भी भरकर लाया,भोलेनाथ,,मैं देखो उज्जैन नगरी आया,संग कावड़ भी भरकर लाया,भोलेनाथ……. (ओ बाबा…..)मैं देखो उज्जैन नगरी आया,संग कावड़ भी भरकर लायामैं...