
बाहर खड़े भोलेनाथ मैंने तो सत्संग में जाना है
बाहर खड़े भोलेनाथ मैंने तो सत्संग में जाना है,सुन लो पति भरतार मैंने तो सत्संग में जाना है….. सास मेरी जावे ननंद मेरी जावे,मैं भी हो लिए साथ, हमें तो सत्संग में जाना है…. सास...
बाहर खड़े भोलेनाथ मैंने तो सत्संग में जाना है,सुन लो पति भरतार मैंने तो सत्संग में जाना है….. सास मेरी जावे ननंद मेरी जावे,मैं भी हो लिए साथ, हमें तो सत्संग में जाना है…. सास...
जटा में गंगा और माथे पे चांद,पर्वत पर बैठा वह पीता है भांग,भोला भंडारी है महादेव मेरा,योगी त्रिपुरारी है महादेव मेरा….. कर भजन तू उसका जो भक्तों की बिगड़ी बनाता,वह कभी ना हारे जो भोले...
भोले बाबा कहाँ मिलेंगे,बतलावेगा कौन मन्ने,ना तेरा मोबाइल नंबर,कर लेता जो फ़ोन तन्ने….. कोई कहे कैलाश पे बैठा,संग में गौरा प्यारी सै,अपने भक्ता ते मिलने की,कर रया पूरी तैयारी सै,टो टो के तन्ने हार लिया,टो...
भोले बाबा कहाँ मिलेंगे,बतलावेगा कौन मन्ने,ना तेरा मोबाइल नंबर,कर लेता जो फ़ोन तन्ने….. कोई कहे कैलाश पे बैठा,संग में गौरा प्यारी सै,अपने भक्ता ते मिलने की,कर रया पूरी तैयारी सै,टो टो के तन्ने हार लिया,टो...
जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे,जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशी, सुख-सार हरे,जय शशि शेखर, जय डमरू -धर जय जय प्रेमागार हरे,जय त्रिपुरारी, जय मदहारी, अमित अनन्त अपार हरे,निर्गुण जय जय, सगुण अनामय, निराकार साकार...
अब कभी मुझसे रूठे नहीं ऐसी किस्मत सजा दीजिए,हे महाकाल राजा मुझे अपने दर पे बुला लीजिए…… रंग लाती नहीं इसलिए भोले बाबा ये अर्जी मेरी,कैसे आऊं नगरिया तेरी होगी जब तक ना मर्जी तेरी,शीश...
तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं,मेरे भोले ओ बम भोले मैं काशी नगरी आई हूं,तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं….. सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी...
हे शम्भु बाबा मेरे भोलेनाथ,तीनो लोक में तू ही तू,श्रद्धा सुमन मेरा मन बेलपत्री,जीवन भी अर्पण कर दू….. जग का स्वामी है तू अंतरयामी है तू,मेरे जीवन की अनमिट कहानी है तू,तेरी शक्ति अपार तेरा...
( कैसे कह दू मेरी हर एक दुआ,बे असर हो गयी,और जब जब भी मैं रोया बाबा,तुझ को खबर हो गयी॥ ) देख कर प्यार तेरा मेरा,देख कर प्यार तेरा मेरा,इस दुनिया से किनारा हो...
भोलेनाथ तेरा साथ,भोलेनाथ तेरा साथ,चले हाथ में त्रिशूल धर के,कांधे डमरू लटके,भोले को मनाने घर सेअरमानो को धर के,हो भोले बाबातूने भेष ये कैसा है बनाया,भोले बाबा मैं तोबन गया हूँ तेरा ही दीवाना,भोलेनाथ तेरा...
कोई कहे कैलाशो के तुम हो वासी,कोई कहे तुम रहते हो काशी,हिमाचल की बेटी गौरा तेरी साखी,रहते हो कहाँ सन्यासी,कोई कहे कैलाशो के तुम हो वासी,कोई कहे तुम रहते हो काशी…… चन्दन चढ़े तोहे धतूरा...
भोले बाबा से निराला कोई और नही हैं,और नही हैं कोई और नही हैं,ऐसा जग रखवाला कोई और नही हैं…… भक्तो को देते हें महल ये गाड़ी अपन रहते जंगल झाड़ी,भक्तो देते मोटर गाड़ी लेके...