मेरे जीवन की जुड़ गई डोर,
ओ भोले तेरे चरणों में…..

तू एक इशारा कर दे,
मैं दौड़ा चला आऊं काशी में,
मैं तो नहाऊ गंगा रोज,
ओ भोले तेरे चरणों में,
मेरे जीवन की जुड़ गई डोर,
ओ भोले तेरे चरणों में…..

तेरी काशी नगरीया प्यारी प्यारी,
मैं वारी तेरी काशी में,
मेरे जीवन की हो जाए भोर,
ओ भोले तेरे चरणों में,
मेरे जीवन की जुड़ गई डोर,
ओ भोले तेरे चरणों में…..

Author: Unkonow Claim credit

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