हमे धन दौलत की चाह नहीं, हम शिव के चेले है,
हमे दुनिया की परवाह नहीं, हम शिव के चेले है,
शिव के चेले है, हम शिव के चेले है,
हमे धन दौलत की चाह नहीं, हम शिव के चेले है……

भस्म रमाये तन पर शिव शम्भु तो वन वन घूमे,
लगा दे आसन जहा वहा लग जाते मेले है,
हमे धन दौलत की चाह नहीं, हम शिव के चेले है……

महादेव के नाम की हमको ऐसी लगन लगी है,
शिव रहते हमारे साथ, नहीं हम रहते अकेले है,
हमे धन दौलत की चाह नहीं, हम शिव के चेले है……

स्वर्ग नहीं बैकुंठ नहीं ना मोक्ष की हमको आशा,
शिव के सिवा कोई राह नहीं बस पड़े झमेले है,
हमे धन दौलत की चाह नहीं, हम शिव के चेले है……

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह