गौरा बोली भोले से ओ भोले,
मेरे द्वारे नंदी पे चढ़के तू आ जईयो ओ भोले……

तु खुब बाराती ले आईयो ओ भोले,
मेरे बाप को ब्योंत भतेरो तू मत शरमईयो ओ भोले,
गौरा बोली भोले से ओ भोले,
मेरे द्वारे नंदी पे चढ़के तू आ जईयो ओ भोले……

तेरी बाट देखती पाऊंगी ओ भोले,
तु नाग हटाकर गले में माला डलवईया ओ भोले,
गौरा बोली भोले से ओ भोले,
मेरे द्वारे नंदी पे चढ़के तू आ जईयो ओ भोले……

मेरी सारी सखियां आएंगी ओ भोले,
तू द्वार रुकाई सबको अंगूठी दे जइयो ओ भोले,
गौरा बोली भोले से ओ भोले,
मेरे द्वारे नंदी पे चढ़के तू आ जईयो ओ भोले……

तुझे घुंघट में मैं देखूंगी ओ भोले,
तू आंख मिलाकर मीठा-मीठा मुसकईयो ओ भोले,
गौरा बोली भोले से ओ भोले,
मेरे द्वारे नंदी पे चढ़के तू आ जईयो ओ भोले……

जब फेरों पर मैं बैठूंगी ओ भोले,
मेरी मांग सजा कर मंगलसूत्र पहनईयो ओ भोले,
गौरा बोली भोले से ओ भोले,
मेरे द्वारे नंदी पे चढ़के तू आ जईयो ओ भोले……

तेरे सारे वचन निभाऊंगी ओ भोले,
मैं तेरी बन जाऊं तू मेरा बन जईयो ओ भोले,
गौरा बोली भोले से ओ भोले,
मेरे द्वारे नंदी पे चढ़के तू आ जईयो ओ भोले……

Author: Unkonow Claim credit

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