डमरू वाले बाबा का है नहीं कोई सानी
सांचा तेरा नाम बाकी दुनिया आनी जानी
डमरू वाले बाबा का है नहीं कोई सानी
भोले को मनाने को परदोष व्रत होता है,
जो भी इसे करे उसे भोला वर देता है
इसके परभाव से हो दूर परेशानी
डमरू वाले बाबा का है नहीं कोई सानी
सोल्हा सोमवार की है महिमा न्यारी
जिस ने किया है उसकी विपदा हारी
देदे उसे जो भी मांगे भोला महादानी
डमरू वाले बाबा का है नहीं कोई सानी
कुछ ना बने तुम शिव रात्री करलो,
महा शिवरात्री का उपवास धर लो
पीड़ा सारी हर लेंगे भोले अंतर यामी
डमरू वाले बाबा का है नहीं कोई सानी
Author: Unkonow Claim credit