पाउबा के छाले तन को बुझाईला,
कठिन डगरिया भी पार होइज़ाला,
एक फुक गांजा पिया दे पॉवर चढ़ जाला हो,
भोले बाबा के कृपा से जल चढ़ जाला हो…..

बाबा के बूटी विशेष करेला मुड फ्रेश,
बहुत हरानी थकानी मिटा दे होज़ाला बड़ी रे,
भोले बाबा के कृपा से जल चढ़ जाला हो…..

ऐही बूटी में पॉवर बहुत ना देवघर के टाबर धरवेला,
रीना रे गाड़ी के बाबा दुवरि झटपट ई पहुचा देला,
भोले बाबा के कृपा से जल चढ़ जाला हो……

भोले बाबा के प्रसादी हटा जा भंगिया हमर फिर बाद हो,
हर सावन ज़य जयकार लागे उका रहेला बात हो,
भोले बाबा के कृपा से जल चढ़ जाला हो……

Author: Unkonow Claim credit

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