नर तन मिले न बराम बराम,
राम गुन गाले मनवा,
नर तन मिले न बराम बराम,
राम गुन गाले मनवा….

रामा राम नाम की,
लूट है लूट सके तो लूट,
अंत काल पछताएगा रे,
प्राण जायेगे छूट,
नर तन मिले न बराम बराम,
राम गुन गाले मनवा,
नर तन मिले न बराम बराम
राम गुन गाले मनवा….

रामा चित्रकूट के घाट पर,
भई संतन की भीड़,
तुलसीदास चंदन घिसे रे,
तिलक करे रघुवीर,
नर तन मिले न बराम बराम,
राम गुन गाले मनवा,
नर तन मिले न बराम बराम,
राम गुन गाले मनवा…..

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह