मेरो मन राम ही राम रटे रे,
राम ही राम रटे रे,
मेरो मन राम ही राम रटे रे,
राम ही राम रटे रे ।

राम नाम जप लीजे प्राणी,
कोटिक पाप कटे रे,
राम नाम जप लीजे प्राणी,
कोटिक पाप कटे रे,
मेरो मन राम ही राम रटे रे,
राम ही राम रटे रे ।

जनम जनम के खत जो पुराने,
नाम ही लेत फटे रे,
जनम जनम के खत जो पुराने,
नाम ही लेत फटे रे,
मेरो मन राम ही राम रटे रे,
राम ही राम रटे रे ।

कनक कटोरी अमृत भरियो,
पीवत कौन नटे रे,
कनक कटोरी अमृत भरियो,
पीवत कौन नटे रे,
मेरो मन राम ही राम रटे रे,
राम ही राम रटे रे ।

मीरा कहे प्रभु हरिअविनाशी,
तन मन ता ही फटे रे,
मीरा कहे प्रभु हरिअविनाशी,
तन मन ता ही फटे रे,
मेरो मन राम ही राम रटे रे,
राम ही राम रटे रे ।

मेरो मन राम ही राम रटे रे,
राम ही राम रटे रे,
राम ही राम रटे रे ।

Author: अनुराधा पौडवाल जी

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह