इस संसार के सब पापी का
तुम करदो संघार
मेरे रामजी भगवान जी
हर पापी की नैया प्रभु जी
डूब जाये मजधार
मेरे रामजी भगवान जी
श्री राम जय राम जय जय राम
श्री राम जय राम जय जय राम
जो जीवन को छिनते
वही जहा में जीते है
धरम पे चलने वाले क्यों
खून के आंसू पीते है
लुटे जग में गरीब की
जगन्नाथ कहलाते है
जो कर्मो से नीच है
जग में पूजे जाते है
श्री राम जय राम जय जय राम
श्री राम जय राम जय जय राम
Author: Unkonow Claim credit