मुसीबतों में जो आहे कभी निकलती है,
गिला नही के मुखालिफ हवाए चलती है,
माँ के कदमो में जब भी सर को रक्खा है,
दुआओं से माँ की हजारो बलाए टलती है……

प्यार वफ़ा की सूरत है तू ममता की माँ मूरत है,
जिसने जो माँगा वो दिया है दामन तूने सबका भरा है,
मेरा भी भर जाना माँ दिवाना दिवाना दिवाना दिवाना,
दिवाना जग है तेरा दिवाना माँ जग है तेरा……

सब के दुखो को हरने वाली शेरावाली है महाकाली,
हे माँ तुम्हारी दुनिया दिवानी तुमसा नही कोई जग में सानी,
सब ने तुझको माना माँ दिवाना दिवाना दिवाना दिवाना,
दिवाना जग है तेरा दिवाना माँ जग है तेरा……

Author: Unkonow Claim credit

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