साँवरे साँवरे तेरे बिना लागे नही जीया साँवरे
साँवरे साँवरे …

तेरे नाम से ही मेरे चलते है सास रे
छोड़ के तू जाना नही रेहना मेरे पास रे
साँवरे साँवरे …

दुःख सुख मेरे सारे सुने मेरे संवारे
पार लगाये मेरी जिन्दगी की नाव रे
साँवरे साँवरे …

तेरे चरनो में बाबा जुके मेरा शीश रे,
गुण तेरे गाये हेमंत लिखता आशिश रे
साँवरे साँवरे …

Author: हेमंत ब्रजवासी

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