रातभर याद आती तेरी बरसाने की हर इक गली,
इत देखूं तो श्यामा जू प्यारी उत देखूं तो बांकेबिहारी,
रातभर याद आती तेरी बरसाने की हर इक गली,
हम जब भी जहां भी गये बड़ा सुंदर नजारा मिला,
हर गली के हर इक मोड़ पर वृंदावन का वो गवाला मिला,
तूने जीवन में खुशियां भरी रात भर याद आती तेरी….।

ब्रज मंडल की ब्रज रज को मस्तक पर लगाएं हुऐ,
सुध बुध भूल बैठा कोई छवि माधव की लिए हुऐ,
कण कण में है रहमत तेरी रातभर याद आती तेरी,
रातभर याद आती तेरी बरसाने की हर इक गली……।

तूने जीवन में जो भी दिया तेरा एहसान भुला ना सकूं,
अब इतना तो कर दो प्रभू तेरे र्दशन जो पा मैं सकूं,
मेरे मन की कलियां खिली रात भर याद आती तेरी ,
रात भर याद आती तेरी बरसाने की हर इक गली……..।

Author: Unkonow Claim credit

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