मनमोहन खेल रहे होली मनमोहन,
हारे मनमोहन हमबे मनमोहन,
खेल रहे होली मनमोहन,
मनमोहन खेल रहे होली मनमोहन……

कोई बचा न कुन्ज गली में,
हां वारे रसिया हो वारे रसिया,
ऐसी मोहन की टोली हा ओ मनमोहन,
मनमोहन खेल रहे होली मनमोहन……

कोई बना है रंग रंगीला,
हां वारे रसिया हो वारे रसिया,
उड़े गुलाल माले रोली हा ओ मनमोहन,
मनमोहन खेल रहे होली मनमोहन……..

चुनार भीग गयी सखियाँ की,
हां वारे रसिया हो वारे रसिया,
चुनार भीग गयी सखियाँ की,
मनमोहन खेल रहे होली मनमोहन……

हो अबीर गुलाल फीट में कसके,
हां वारे रसिया हो वारे रसिया,
मारत भर भर के झोली हा ओ मनमोहन,
मनमोहन खेल रहे होली मनमोहन…..

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह