मेरे सर पर चुनरी ज्ञान की,
याहै दिन ओढ़ हूं या रात, मैं श्यामा की लाडली…..

श्यामा मधुबन मधुबन में फिरी,
मुझे कहीं ना मिले घनश्याम, मैं श्यामा की लाडली…..

मीरा मधुबन घूमे ना मिले,
तेरे हृदय में घनश्याम, मैं श्यामा की लाडली……

श्यामा जमुना तट पर मैं फिरी,
मुझे कहीं ना मिले घनश्याम, मैं श्यामा की लाडली…..

राधा यमुना घूमे ना मिले,
तेरे हृदय में घनश्याम, मैं श्यामा की लाडली……

श्यामा ताल तालों मैं फिरी,
मुझे कहीं ना मिले घनश्याम, मैं श्यामा की लाडली……

सखी तालों में घूमे ना मिले,
तेरे हृदय में घनश्याम, मैं श्यामा की लाडली……

श्यामा मंदिर मंदिर मैं फिरी,
मुझे कहीं ना मिले घनश्याम, मैं श्यामा की लाडली……

रुक्मण मंदिर घूमे ना मिले,
तेरे हृदय में घनश्याम, मैं श्यामा की लाडली……

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह