बधाइयाँ बाज रहीं (तुलसी विवाह)

धुन :- मथे ते चमकन वाल अज मेरे बनड़े दे।

हो रहा मंगलाचार ,बधाइयां बाज रही।
बाज रही बधाइयां,बाज रही।
हो रहा मंगलाचा…

देवउठनी एकादशी आयी ,कार्तिक-शुकल सुकाल।
बधाइयां बाज रहीं…

बनी दुल्हनियां तुलसा रानी,दूल्हा हरी सरकार।
बधाइयां बाज रहीं…

देवी देव बने बाराती ,नाच रहा संसार।
बधाइयां बाज रहीं…

बाज रहे बाजे शहनाइयां,हो रही जय जयकार।
बधाइयां बाज रहीं…

घूंघट में वृंदा शरमावे,हरी को हर्ष अपार।
बधाइयां बाज रहीं…

कहै ‘‘मधुप’’ यह पावन गाथा,देती है फल चार।
बधाइयां बाज रहीं… ।

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