बांके बिहारी तुम्हें देखकर मेरे नैना उलझ गए,
नैना उलझ गए मुश्किल में पड़ गए,
बांके बिहारी तुम्हें देखकर मेरे नैना उलझ गए…..

जब मैं जाऊं फुलवा तो़ड़न को फुलवा तो़ड़न को,
मालिन से मिलते देख के मेरे नैना उलझ गए,
बांके बिहारी तुम्हें देखकर मेरे नैना उलझ गए…..

जब मैं जाऊं पनिया भरण को,
सखियों से मिलते देख कर मेरे नैना उलझ गए,
बांके बिहारी तुम्हें देखकर मेरे नैना उलझ गए…..

जब मैं जाऊं जमुना नहाने,
चीर चुराते देखकर मेरे नैना उलझ गए,
बांके बिहारी तुम्हें देखकर मेरे नैना उलझ गए…..

जब मैं जाऊं दही बेचन को,
माखन चुराते देखकर मेरे नैना उलझ गए,
बांके बिहारी तुम्हें देखकर मेरे नैना उलझ गए…..

जब मैं जाऊं पूजा करण को,
राधा के संग तुम्हें देखकर मेरे नैना उलझ गए,
बांके बिहारी तुम्हें देखकर मेरे नैना उलझ गए…..

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह