खाटू वाले श्याम तेरा सब पर बड़ा ही ऐहसांन है,
हार कर आता जो भी, एकबार, लेता उसे संभाल है…..

एक ना एक दिन हम भी तो हारे ही तो थे,
श्याम के सीवा दिखा ना था मुझको किनारा,
अंत मे मैं भी तो आया हू, तेरे इसी दर पे,
खाटू वाले श्याम तेरा सब पर बड़ा ही ऐहसांन है….

खाटू वाले तुमको तो सौप दी ये जीवन की नईया,
इस जीवन मे क्या होगा नही जनता मैं भगवन्,
जो भी होगा बस उसमे तुम अपनी कृपा देना,
खाटू वाले श्याम तेरा सब पर बड़ा ही ऐहसांन है….

बाबा हम तो अज्ञानी है, ज्ञान दे दो हमें,
लेकिन इतना ही देना कि आपके लायक रहूँ मैं,
कुछ दो या ना दो लेकिन अपने गले लगा लो मुझे,
खाटू वाले श्याम तेरा सब पर बड़ा ही ऐहसांन है….

गलती मुझसे बहुत हुई है छमा माँगता हू मैं,
आपकी कृपा से तो सदमार्ग पे हू मैं,
“सत्यम “कहता है आपसे साथ ना छूटे तुमसे,
खाटू वाले श्याम तेरा सब पर बड़ा ही ऐहसांन है….

Author: Unkonow Claim credit

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