तर्ज – साथिया नहीं जाना

तेरे जैसा दानी , ना जग में हुआ ।
दर तेरे जो भी आया, मालामाल हुआ ।।

1- तेरे चरणों की रज का जादू देखा है मैंने बाबा- मेरे सांवरे
हार के जो भी आया, संग उसके चला ।।
दर तेरे जो भी आया…

2- नेता अभिनेता आते चौखट पे शीश नवाते – मेरे सांवरे
टाटा कोई अंबानी, कोई बिड़ला हुआ ।
दर तेरे जो भी आया…

3- छोटो सो चाकर थारो, इस चरण चाकरी दे दे, मेरे सांवरे
किंशुक तेरे नाम का, अब बावरा हुआ।
दर तेरे जो भी आया…

तेरे जैसा दानी , ना जग में हुआ ।
दर तेरे जो भी आया, मालामाल हुआ – 2 ।।

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