न चित धरहि कोउ भगवान,
कलयुग में पूजे जय हनुमान,
संकटमोचन जय हनुमान,
भजले पवन पुत्र के गान,
कोरस-न चित धरहि कोउ भगवान,
कलयुग में पूजे जय हनुमान…….

मेंहदीपुर बालाजी में, बाल रूप में आप विराजै,
हनुमान गढ़ी, अयोध्या में, सुंदर मूरत अति साजे,
सालासर हनुमान को देखो जाकर राजस्थान……

चित्रकूट में जाकर देखो दर्शन कर लो हनुमान धारा,
प्रयागराज के लेटी मूरत दर्शन कर लीजे दुबारा,
भेट द्वारका गुजरात मा दर्शन कीजे हनुमान……

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