हंजू अखियाँ दा बन गए ने गहना,
तैनू होर प्रीतम की कहना,
तू छेती घर आजा दातिया….

रोंदियां ने अखियाँ ते हंजू अवाज़ा मारदे,
तकदेयां रावां दिन लंग गए बहार दे,
मैं ते मरके वी ना तेरा लैणा,
तू छेती घर आजा दातिया….

नैयन दुखियारे मेरे तैनू रहंदे ढोलदे,
दे दर्शन मेरी किस्मत खोलदे,
कदो मुकना विछोड़ा टूटपैना,
तू छेती घर आजा दातिया….

याद तेरी दातिया भुलाया नहिओ भुल्दी,
लब्दी फिरां मैं तैनू गलिया च रुल्दी,
तेरी बन गयी हां तेरी बन रहना,
तू छेती घर आजा दातिया….

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