राज तिलक का शुभ दिन देखो आया है,
सतगुरू जी का दर्शन हमने पाया है….
दूर दूर से संगत प्रभु के दर पर आई है,
देने सतगुरु को बधाई संगत आई है,
पीला रहे मस्ती का भर भरकर प्याला है,
देखो देखो आ गया हारा वाला है,
सतगुरू जी का दर्शन हमने पाया है….
भक्ति का भण्डार है ये प्रेम के सागर,
माँग लो अनमोल धन हाथ फैला कर,
खोल देंगे करमो का ये ताला है,
देखो देखो खुशियां का दिन आया है,
सतगुरू जी का दर्शन हमने पाया है….
कर रहे है भक्त सारे प्रार्थना इतनी,
झोलिया भर दाता हम मांग रहे भक्ति,
दास ने चरणों मे डेरा डाला है,
देखो देखो खुशियां का दिन आया है,
सतगुरू जी का दर्शन हमने पाया है….
Author: Unkonow Claim credit