प्यारे चिंता मत करो, चिंतन करो।
चिंता नहीं, चिंतन करो।
1. मन को संभालो,
चित्त में हरि का सुमिरन करो।
2. ज्ञान धनुष पर मन को चढ़ाओ,
आत्म में स्थित रहो।
3. सतगुरु से ज्ञान लेकर
आनंद से तुम खूब जियो।
Author: Unkonow Claim credit
प्यारे चिंता मत करो, चिंतन करो।
चिंता नहीं, चिंतन करो।
1. मन को संभालो,
चित्त में हरि का सुमिरन करो।
2. ज्ञान धनुष पर मन को चढ़ाओ,
आत्म में स्थित रहो।
3. सतगुरु से ज्ञान लेकर
आनंद से तुम खूब जियो।
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