ओ वेखो आ गया जगत दा वाली, मेहरा दा वेखो मीह वसया,
जिहने हर लई चिंता सारी, मेहरा दा वेखो मीह वसया…..

आया जगत दा पालनहार सबसे संगता किता उद्दार,
जिहने हर लई चिंता सारी, मेहरा दा वेखो मीह वसया…..

नजर मेहर दी जिसते करदे, जनमा दे दुखड़े पल विच हरदे,

जिहने हर लई चिंता सारी, मेहरा दा वेखो मीह वसया…..

तू सुल्तान असी मंगते तेरे आन डिगे गुरु जी दर ते तेरे,
किवे हर लई चिंता सारी, मेहरा दा वेखो मीह वसया…..

सबदे रक्षक जग दे वाली, भर दित्ती तूसी झोली खाली,
जिहने हर लई चिंता सारी, मेहरा दा वेखो मीह वसया,
हो आ गया जगत दा वाली, मेहरा दा वेखो मीह वसया……

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह