मेरे मन नू गुरुजी समझायों,
मेरे आखे नहियो लगदा,
नहियो लगदा हारा वालेया,
मेरे आखे नहियो लगदा….

अमृत वेले ए नहियो उठदा,
ले ले रजाई मुह पेया तकदा,
ए ता सो सो के नहियो रजदा,
मेरे आखे नहियो लगदा,
मेरे मन नू गुरुजी समझायों……..

सत्संग दे वल ए नहियो जांदा,
घर घर दिया ए खबरा ले आंदा,
ए चुगली करन तो ना डरदा,
मेरे आखे नहियो लगदा,
मेरे मन नू गुरुजी समझायों……..

बर्गर पिज़्ज़ा खाने नू मांगदा,
बर्फी दे दाने भर भर मांगदा,
ए ता खा खा के नहियो रजदा,
मेरे आखे नहियो लगदा,
मेरे मन नू गुरुजी समझायों……..

सिमरन करने नू ए नहियो बेहंदा,
भज भज के ए बाहर नू जांदा,
ए ता भजन करन तो डरदा,
मेरे आखे नहियो लगदा,
मेरे मन नू गुरुजी समझायों……..

Author: Unkonow Claim credit

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