काहा मिलेगा बाबा ऐसा सतजुग में तेरा प्यार,
भले ही रोके मेह्लो में होंगे सुख के अति बरमार,
काहा मिलेगा तेरा प्यार बाबा,

कौन सुनेगा मुरली बहार बाबा बिना दिल लगे कहा,
कौन करेगा तेरी सिवा बाबा रोज हमे शिंगार,
काहा मिलेगा तेरा प्यार बाबा,

कभी तो बाहों में झुलाते हो पलकों पे अपने बिठाते हो,
ज्ञान रत्न से सजाते हो मीठे मीठे बोल सुनाते हो,
कैसे बुलेगे तेरा बाबा प्यार और दुलार हो,
सतयुग में तेरा प्यार

साथी बने हो तो बने रेहना सतयुग में भी न दूर रहना ,
गाते रहेगे हर पल बाबा तेरा ही उपकार,
काहा मिलेगा तेरा प्यार बाबा,

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