इक लड़ फड़्या गुरु जी तेरे नाम दा,
झूठा सारा जग है कोई नहीं काम दा,
इक लड़ फड़्या गुरु जी तेरे नाम दा,

मेरा मेरा करदी सी मैं मेरा नहीं सी कोई,
तेरा तेरा रटन लगी ता मैं भी तेरी होइ ,
जपदी रेहँदी हर दम हूँ मंतर तेरे नाम दा,
इक लड़ फड़्या गुरु जी तेरे नाम दा,

दुःख दा बदल अखा आगे कदे भी नहीं सी छट दा,
सब कुछ हुन्दे होये भी गुरु जी वक़्त नहीं सी कट दा,
पता नहीं लगा दा हूँ सुबह ते शाम दा,
इक लड़ फड़्या गुरु जी तेरे नाम दा,

था था तूने थके खादे रब नि किते लभ्या,
तेरी चरण शरण विच आ के मन मेरा मनया,
तेरे विच ही रूप दिखदा मैनु आराम दा,
इक लड़ फड़्या गुरु जी तेरे नाम दा,

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह