बैसाखी का दिन अज्ज आया,
संगता ने प्रभु दर्शन पाया,
ओदी रहमत दे सदके,
चलदे मेरे साह,
हारा वालया बादशाह दा बादशाह…..

संगता ने जद दर्शन पाया,
तुसी चरणा दे नाल लाया,
जिन्ना ने दर तेरे आके सतगुरु जी है डेरा लाया,
ला सतगुरु नाल तू यारी जो दुबदे बड़े तारदा,
हारा वालया बादशाह दा बादशाह…..

धरती होई भागा वाली, जित्थे रेंदे जग दे वाली,
श्रद्धा नाल देख ले जाके, मोडे न कड़े वी खाली,
सोणी सोणी भगती कराके,
संगता नु ओ तारदा,
हारा वालया बादशाह दा बादशाह…..

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