गुरु जी की बड़ी कृपा है,
घर बार दियां परिवार दियां,
खुशियों से भरा संसार दियां बड़ा उपकार तेरा है
गुरु जी की बड़ी कृपा है

तकदीर में जो लिखा था दिया उस से ज्यादा
सब वचनों का गुरु जी निभाया हर वादा
सच मुच गुरु जी रेहमत है तेरी
विसराई सदा हर भूल मेरी
हमे अपना समजा है गुरु जी की बड़ी कृपा है

दिन रात यही चाहा है तू हमसे रूठे न
जग छुट ता है तो छुटे तेरा दर छुटे न,
फरयाद यही अरदास यही केहता है सदा तेरा दास यही
तेरा बन कर रेहना है गुरु जी की बड़ी कृपा है

एहसास पुनीत ये तेरा असल दोलत है तेरी
गुणगान याहा हो तेरा वही जन्नत है मेरी
साहिल सदके वारी तुझपे तन मन अपना कुर्बान करे
तुझे रब मान लिया है गुरु जी की बड़ी कृपा है

Author: Unkonow Claim credit

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