गुरां दी प्रीत सारे जग नालों मीठी है,
उन्हा नू की पता जिन्हा लाके ना डीठि है,
गुरां दी प्रीत…..

रीत प्रीत वाली पूछो मीरा बाई नू,
पूछो मीरा बाई नू भीलनी माई नू,
जूठे बेर खादे राम जात वी ना पूछी है,
गुरां दी प्रीत…..

रीत प्रीत वाली पूछो मर्दाने नू,
पूछो मर्दाने नू, भगत सूदामे नू,
कच्चे चोल खादे श्याम सी वी ना किती है,
गुरां दी प्रीत…..

रीत प्रीत वाली पूछो जी कबीर नू,
पूछो जी कबीर नू नानकी दे वीर नू,
जिन्हा दी वाणी गुरुग्रंथ साहिब विच लिखी है,
गुरां दी प्रीत…..

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