चल रे चल मना चल दाता के द्वार,
दाता के द्वारे हारावाले के द्वार,
दाता द्वारे अंगीन खुशियां, मिले पदार्थ चार,
चल रे चल मना चल दाता के द्वार,
दाता के द्वारे हारावाले के द्वार…

सतगुरु द्वारा सबसे प्यारा,
जिसने सब का भाग्य सवारा,
हरपल गूंज रहा जयकरा,
आकर शीश झुका ले,
चल रे चल मना चल दाता के द्वार,
दाता के द्वारे हारावाले के द्वार…

रोग दोष सब मिट जाएगा,
हर अदियारा छठ जाएगा,
कभी नहीं संकट आएगा,
सच्ची लगन लगा ले,
चल रे चल मना चल दाता के द्वार,
दाता के द्वारे हारावाले के द्वार…

बिगड़ी सबकी बन जाती है,
विपदा सब की मिट जाती है,
झोली सब की भर जाती है,
फिर कैसी संकाए,
चल रे चल मना चल दाता के द्वार,
दाता के द्वारे हारावाले के द्वार…

Author: Unkonow Claim credit

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