तुम हो दया के सागर,
क्या बात है तुम्हारी,
कृपा जो तुम करो तो,
मिट जाए विपदा सारी,
गौरी सुत गण नायक,
विनायक गजमुख धारी,
तुम हो दया के सागर….

सद्गुणों से बनी है,
गणराज तुम्हारी काया,
संसार में किसी ने,
पार ना इसका पाया,
जिसने भी देखा तुमको,
वो हो गया बलिहारी,
तुम हो दया के सागर….

विघ्नों को हरने वाले,
दुख हमारे भी हरना,
सुखों को देने वाले,
सुख जीवन में भरना,
शुभ लाभ उसे है मिलता,
जो आए शरण तुम्हारी,
तुम हो दया के सागर….

प्रथम हो पूजे जाते,
हो तुम प्रथम देव हमारे,
दीन हीन दुखियों के,
हो तुम्हीं तो सहारे,
सहारा हमें भी दे दो,
सहारा राजीव को दे दो,
है अरदास ये हमारी,
तुम हो दया के सागर….

Author: राजीव त्यागी

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