सो रहे पार्वती के लल्ला,
हे री सखी कोई ना मचाईओ हल्ला,
सो रही पार्वती के लल्ला….

केसर चंदन इनके मन को ना भावे,
रोली देख कर खुश हुए लल्ला,
सो रहे पार्वती के लल्ला….

मोतियन माला मन को ना भावे,
दूब घास देख खुश हुए लल्ला,
सो रहे पार्वती के लल्ला…..

धोती कुर्ता इन के मन को ना भावे,
ओढ़न को मांग रहे है दुशाला,
सो रहे पार्वती के लल्ला…..

हाथों में कंगना इनके मन को ना भावे,
पैरन को मांग रहे उंगली में छल्ला,
सो रहे पार्वती के लल्ला….

बर्फी पेड़ा इनके मन को ना भावे,
खाने को मांग रहे हैं रसगुल्ला,
सो रहे पार्वती के लल्ला….

Author: Unkonow Claim credit

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