कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि।।

हे गजानन गणपति देवा,
महादेव सुत पार्वती,
लड्डू मोदक का भोग लगाऊं,
करूँ तुम्हारी आरती,
हे गजानन गणपति देवा,
महादेव सूत पार्वती॥

विघ्न हरो सब क्लेश हरो,
संताप हरो गणपति देवा,
हे बुद्धिनाथ हे आरंभ विनायक,
पाप हरो गणपति देवा,
करूँ मैं वंदन गणपति देवा,
महादेव सूत पार्वती,
हे गजानन गणपति देवा,
महादेव सूत पार्वती॥

तेरी कृपा से चलता है,
ब्रह्माण्ड निकाय जग सारा,
एक दन्त हे भाव चंद्र,
तुझसे सूरज चंदा तारा,
विघ्न विनाशक गणपति देवा,
महादेव सूत पार्वती,
हे गजानन गणपति देवा,
महादेव सूत पार्वती,
लड्डू मोदक का भोग लगाऊं,
करूँ तुम्हारी आरती,
हे गजानन गणपति देवा,
महादेव सूत पार्वती……

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह