गणराज मेरे घर आ जाना,
मेरे बिगड़े भाग्य बना जाना,
मेरे बिगड़े भाग्य बना जाना,
गणराज मेरे घर आ जाना…..

तेरी राह में पलक बिछाऊँगी,
और भवन सजाऊँ फूलों से,
गौरी के लाला आ जाना, मेरे बिगड़े भाग्य बना जाना…..

तेरा मुखड़ा सुंदर सलोना है,
मेरें मन ने तुझे बस जाना है ,
भोले के दुलारे आ जाना,
मेरे बिगड़े भाग्य बना जाना……

चंदन चौकी पे बिठाऊँगी ,
मोदक का भोग लगाऊँगी,
मेरे देव प्रभु तुम आ जाना,
मेरे बिगड़े भाग्य बना जाना……

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह