गणपति जी दया कीजिये
मेरी अर्जी लगा लीजिये,

तू है दयावान एह मेरे भगवान
दे जरा सा ज्ञान ,मुझपे किरपा कीजिये
गणपति जी दया कीजिये

एक दंत दया वंत चार बुजा धारी,
माथे पे सिन्धुर सोहे मुसे की सवारी
मेरे भगवान करुना निधान अपनी किरपा लुटा दीजिये
अपने दर पे बुला लीजिये
गणपति जी दया कीजिये

भोले जी के पूत पार्वती जी के लाला
सुनो घजराज खोलो किस्मत का ताला
किस्मत का ताला खोल दीजिये
भोग मोदक लगा लीजिये
गणपति जी दया कीजिये

Author: Unkonow Claim credit

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