देखो ब्रम्हा और विष्णु महेश निकले ,
सारे संकट को हरने गणेश निकले ,

देखो ब्रम्हा की महिमा निराली है,
उनके संग मे सरस्वती विराजी हैं ,
उनके मुख से चारो वेद निकले,
सारे संकट

देखो विष्णु जी की महिमा निराली है ,
उनके संग में लक्ष्मी विराजी हैं ,
उनके हाथों से धन के कुबेर निकले,
सारे संकट

देखो भोले की महिमा निराली है ,
उनके संग में पार्वती विराजी हैं ,
उनकी जटा से गंगा की धार निकले,
सारे संकट

देखो रामजी की महिमा निराली है ,
उनके संग मे सीता जी विराजी हैं ,
इनके बाणो से रावण के प्राण निकले,
सारे संकट

देखो कृष्ण जी की महिमा निराली है ,
उनके संग में राधा जी प्यारी हैं ,
इनके मुख से गीता का ज्ञान निकले
सारे संकट को हरने गणेश निकले

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह