शेर ते सवार हो के, शेरावाली आयी ए,
शेरावाली आयी मईया, मेहरावाली आयी ए,
शेर ते,, जय हो, जय हो, सवार होके, शेरावाली आयी ए…..

भगता दे घर फेरा पाके माँ ने करम कमाया ए,
श्रद्धा दे नाल जो कुझ मंगया, ओहियो माँ तो पाया ए,
ज्योत जगा के माँ दे भगता एहो अर्ज़ सुनाई ए,
शेर ते,, जय हो, जय हो, सवार होके, शेरावाली आयी ए…..

सुहे चोले दे विच वसदा माँ दा रूप निराला ए,
अम्बे आद भवानी दुर्गा एहो मात ज्वाला ए,
माँ कंजका दा रूप धार के पवन रूप हो आयी ए,
शेर ते,, जय हो, जय हो, सवार होके, शेरावाली आयी ए…..

अष्ट भुजी जगदम्बे मईया, कैसी कला रचाई ए,
संख गदा त्रिशूल सुदर्शन, हथ तलवार उठाई ए,
सिर ते सोहना मुकुट प्यारा मथे बिंदी लाई ए,
शेर ते,, जय हो, जय हो, सवार होके, शेरावाली आयी ए…..

जो भी माँ दे दर्शन पाउँदा, भाग ओहदे खुल जांदे ने,
जो भी माँ नू सीस झुकांदा, पाप ओहदे धूल जांदे ने,
कैलाश नाथ ए, माँ दी महिमा, सच्चो सच सुनाई ए,
शेर ते,, जय हो, जय हो, सवार होके, शेरावाली आयी ए….

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