सदा मां से मांगने आते हो
कभी मिलने आ जाया करो
श्रद्धा के दो पुष्प चढ़ा
मां कह के चरण गिर जाया करो

कभी ले आओ प्यारी चुनरी
ओढ़ेगी मां बाला सुन्दरी
कभी हलवा पूरी लाया करो
तुम प्यार से भोग लगाया करो

कभी ले आओ फल और मेवा
आकर कर लो मां की सेवा
मां मां कह लाड़ लड़ाया करो
और मां का प्यार भी पाया करो

कर लो तुम निस्वार्थ भक्ति
इस भक्ति से मिलती शक्ति
कभी सिंगला को संग लाया करो
ओर मां को भजन सुनाया करो

Author: Unkonow Claim credit

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