इस जहां में मेरा वजूद,
माँ आपसे ही तो है,
सुखों की छांव धूप,
माँ आपसे ही तो है,
आपसे ही तो है माँ….

मेरे जीवन में छाई बहार,
खुशियों भरा आपसे ही,
तो है मेरा संसार,
ममता भरे आँचल तले,
माँ मिले प्यार भरपूर,
राजीव को ना कीजिए,
कभी चरणों से अपने दूर,
माँ मुझ पर तरस खाइए,
ना मुझे तरसाइए,
देकर दर्शन माँ मुझे,
अपने चरणों में बसाइए,
मिलते सुख संतोष सब,
आपके जाप से ही तो है,
सुखों की छांव धूप,
माँ आपसे ही तो है…..

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

शनि जयंती

Tuesday, 27 May 2025

शनि जयंती

संग्रह