चाहे नचालो मैया अपने दरबार में,
हमको नचाना न माँ जूठे संसार में……..
जिसने तुम पर किया भरोसा फल उसने ही पाया,
मैया तेरीशान निराली अजब निराली माया,
अजब निराली लीला तेरी कोई समझ ना पाया,
काटे जाए सारा जीवन तेरे ही प्यार में,
मुझको नचाना न माँ जूठे संसार में……….
तेरी ही बन के पुजारिन अब तो मुझको जीना,
तू ही मेरी भाग्यविद्याता छूटे साथ कभी भी ना,
तेरे होते न डुभे नाइयाँ मजधार में,
मुझको नचाना न माँ जूठे संसार में……..
जग जननी माँ महिमा तुम्हारी राखियों लाज हमारी,
दूर करो माँ कष्ट माँ आयी शरण तिहारी,
जीवन कट जाए मेरा तेरे दरबार में,
मुझको नचाना न माँ जूठे संसार में…
Author: Unkonow Claim credit