पौष माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं। इसका व्रत करने से सारे कार्य सफल हो जाते हैं। इस व्रत को करने वाले को प्रातः स्नान करके भगवान अच्युत की आरती करें तथा भोग लगावें। अगरबत्ती,...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
प्रदोष व्रत – Pradosh Vrat सायंकाल के बाद और रात्रि के पूर्व दोनों के बीच का विशेष समय है, जिसे हम प्रदोष कहते हैं। इस समय में भगवान शंकर की पूजा करने वाले को इस व्रत का पालन करना चाहिए।...
पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर होता है तभी मकर संक्रान्ति होती है। वैसे संक्रान्ति हर महीने होती है। परन्तु कर्क और मकर राशियों पर सूर्य के आने से विशेष महत्त्व होता है। यह संक्रमण क्रिया छः-छः महीने...
Guru Gobind Singh Jayanti
पौष पुत्रदा एकादशी भविष्योत्तर पुराण में भगवान् श्रीकृष्ण तथा महाराज युधिष्ठिर के संवाद में पुत्रदा एकादशी के महात्म्य का वर्णन मिलता है। महाराज युधिष्ठिर ने पुछा, हे श्रीकृष्ण ! कृपा करके मुझे पौष मास की शुक्ल पक्षकी एकादशी का वर्णन...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
वैशाख, आषाढ़ तथा माघ के महीनों के अन्तर्गत किसी रविवार को आसमाई की पूजा का विधान है। ज्यादातर बाल बच्चे वाली महिलाएँ यह व्रत करती हैं। इस दिन भोजन में नमक का प्रयोग वर्जित है। ताम्बूल पर सफेद चन्दन से...
षटतिला एकादशी यह माघ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी के रूप में मनाई जाती है। इसमें छः प्रकार के तिल प्रयोग होने के कारण इसे षट्तिला एकादशी कहते हैं। पंचामृत में तिल मिलाकर पहले भगवान विष्णु को स्नान कराया...
प्रदोष व्रत – Pradosh Vrat सायंकाल के बाद और रात्रि के पूर्व दोनों के बीच का विशेष समय है, जिसे हम प्रदोष कहते हैं। इस समय में भगवान शंकर की पूजा करने वाले को इस व्रत का पालन करना चाहिए।...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसन्त पंचमी Basant Panchami के रूप में मनाते हैं। यह दिन ऋतुराज बसन्त के आगमन की सूचना देता है। इस दिन भगवान विष्णु तथा सरस्वती का पूजन किया जाता है। बसन्त पंचमी...
रथ सप्तमी माघ मास की शुक्लपक्ष की सप्तमी सूर्य सप्तमी के रूप में मनाई जाती है। इस दिन सूर्य भगवान को गंगाजल से अर्घ्य देते हैं। दीपक, कपूर, धूप, लाल पुष्प आदि से सूर्य भगवान की स्तुति करते हैं। सूर्य...
भीष्म अष्टमी का हिंदू धर्म विशेष महत्व रखता है इस दिन को हिन्दू धर्म में एक त्योहार तरह मनाया जाता है। माघ मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भीष्म अष्टमी कहा जाता है। यह दिन जनवरी व फरवरी महीनें...
माघ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहते हैं । विधान : भगवान श्रीकृष्ण की पुष्प, जल, अक्षत, रोली तथा विशिष्ट पदार्थों से पूजा करनी चाहिए। भगवान को भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। कथा : प्राचीन...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
हिन्दू धर्म में एकादशी एक महत्वपूर्ण तिथि है, इसलिए विजया एकादशी Vijaya Ekadashi का भी धार्मिक रूप से बड़ा महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि इस पावन तिथि को जो कोई भक्त पूर्ण विधि विधान के साथ व्रत का...
महाशिवरात्रि, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार, जो आध्यात्मिक जागरण और मोक्ष प्राप्ति का प्रतीक है। यह त्यौहार फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। महाशिवरात्रि का महत्व:आध्यात्मिक जागरण: इस दिन भक्त शिवरात्रि का व्रत...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
प्रदोष व्रत – Pradosh Vrat सायंकाल के बाद और रात्रि के पूर्व दोनों के बीच का विशेष समय है, जिसे हम प्रदोष कहते हैं। इस समय में भगवान शंकर की पूजा करने वाले को इस व्रत का पालन करना चाहिए।...
फाल्गुन माह की द्वितीया को मनायी जाने वाली फुलेरा दूज Phulera Dooj, होली आगमन का प्रतीक मानी जाती है। उत्तर भारत के गांवों में फुलेरा दूज का उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। फुलेरा दूज के बाद से ही...
आमलकी एकादशी फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनायी जाती है। आँवले के वृक्ष में भगवान का निवास होता है। इसलिए इस दिन आँवले के वृक्ष के नीचे बैठकर भगवान का पूजन किया जाता है। कथा : प्राचीन...
Holika Dahan
होली Holi का इतिहासहोली का वर्णन बहुत पहले से हमें देखने को मिलता है। प्राचीन विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी में १६वीं शताब्दी का चित्र मिला है जिसमें होली के पर्व को उकेरा गया है। ऐसे ही विंध्य पर्वतों के...
हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह में आने वाली पूर्णिमा तिथि को फाल्गुन पूर्णिमा Falgun Purnima कहते हैं। हिन्दू धर्म में फाल्गुन पूर्णिमा का धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व है। इस दिन सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक उपवास रखा जाता...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
रंगपचंमी का त्योहार होली त्योहार के बाद पाचवें दिन मनाया जाता है। रंगपचंमी का त्योहार चैत्र कृष्णपक्ष पंचमी के दिन मनाया जाता है। रंगों के त्योहार के लिए यह दिन मालवा क्षेत्र में अधिक प्रचलित है, खासकर इंदौर शहर, मध्य...
चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी पापमोचनी एकादशी के रूप में मनायी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है । कथा : प्राचीन समय में चित्ररथ नामक एक रमणीक वन था। इस वन में देवराज...
प्रदोष व्रत – Pradosh Vrat सायंकाल के बाद और रात्रि के पूर्व दोनों के बीच का विशेष समय है, जिसे हम प्रदोष कहते हैं। इस समय में भगवान शंकर की पूजा करने वाले को इस व्रत का पालन करना चाहिए।...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
अक्षय तृतीया Akshaya Triteeya को हिंदू समुदायों के लिए अत्यधिक शुभ और पवित्र दिन माना जाता है। और इस को आखातीज के नाम से भी जाना जाता है। यह वैशाख माह में शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है। बुधवार...
चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में कौशल्या की कोख से पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म हुआ था। भारतीय जीवन में यह दिन पुण्य पर्व माना जाता है। इस दिन पुण्य सलिला सरयू नदी में...
चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहते हैं। कथा : प्राचीन समय में पुण्डरीक नामक एक राजा नागलोक में राज्य करता था। उसका दरबार किन्नरों व गंधर्वों से भरा रहता था। एक दिन गन्धर्व ललित दरबार...
वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को यह मनाई जाती है। इस दिन व्रत करके जुआ खेलना, नींद, पान, दन्तधावन, परनिन्दा, क्षुद्रता, चोरी, हिंसा, रति, क्रोध तथा झूठ को त्यागने का माहात्म्य है ऐसा करने से मानसिक शान्ति मिलती...
प्रदोष व्रत – Pradosh Vrat सायंकाल के बाद और रात्रि के पूर्व दोनों के बीच का विशेष समय है, जिसे हम प्रदोष कहते हैं। इस समय में भगवान शंकर की पूजा करने वाले को इस व्रत का पालन करना चाहिए।...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
परशुराम जंयती हिन्दू धर्म के भगवान विष्णु के छठे अवतार की जयंती के रूप में मनाया जाता है। परशुराम जी की जयंती हर वर्ष वैशाख के महीने में शुक्ल पक्ष तृतीय के दौरान आता है।
वैशाख शुक्ल एकादशी मोहिनी एकादशी Mohini Ekadashi के नाम से प्रसिद्ध है । कथा: एक राजा के कई पुत्र थे। उनमें से एक राजकुमार बड़ा ही व्याभिचारी, दुर्जन संग, बड़ों का अपमान करने वाला था। राजा ने उससे तंग आकर...
भक्त प्रह्लाद की मान-मर्यादा की रक्षा हेतु वैशाख शुक्ल चतुर्दशी के दिन भगवान नृसिंह के रूप में प्रकट हुए थे। इसलिए यह तिथि एक पर्व के रूप में मनायी जाती है। व्रत इस व्रत को प्रत्येक नर-नारी कर सकते हैं।...
इस दिन मनुष्यों को पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए। सत्तू, मिठाई, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। श्री कृष्ण के बचपन के सहपाठी सुदामा जब द्वारिका उनसे मिलने गये तो उन्होंने सत्य विनायक व्रत का उनको विधान बताया। इसी...
बुद्ध पूर्णिमा को भगवान गौतम बुद्ध के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। गौतम बुद्ध का नाम पहले राजकुमार सिद्धार्थ गौतम था। बुद्ध का अर्थ है ‘ज्ञानवान व जानकार’, गौतम...
नारद जयंती Narad Jayanti के अवसर पर, भगवान नारद जी की महानता और उनके योगदान को स्मरण किया जाता है। नारद मुनि वेदव्यास के गुरु थे और उन्होंने अनेक महान ग्रंथों का समर्पण किया। उन्होंने धर्म, भक्ति, और ज्ञान के...
ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को अचला एकादशी कहते हैं। इसे अपरा एकादशी भी कहते हैं। इस व्रत के करने से ब्रह्महत्या, परनिन्दा, भूत योनि जैसे निकृष्ट कर्मों से छुटकारा मिल जाता है तथा कीर्ति, पुण्य एवं धन...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
प्रदोष व्रत – Pradosh Vrat सायंकाल के बाद और रात्रि के पूर्व दोनों के बीच का विशेष समय है, जिसे हम प्रदोष कहते हैं। इस समय में भगवान शंकर की पूजा करने वाले को इस व्रत का पालन करना चाहिए।...
शनि जयंती Shani Jayanti हिन्दू धर्म के लिए एक महत्वूपर्ण दिन होता है। शनि जयंती हिन्दू कैलेण्डर की ज्येष्ट माह की अमावास्या के दिन मनाया जाता है। शनि एक हिन्दूओं के एक देवता है जो कि न्याय के देवता के...
महेश नवमी को हिन्दु चन्द्र कैलेण्डर के अनुसार ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। भगवान शिव के विभिन्न पवित्र नामों में से एक नाम महेश भी है। महेश नवमी के पावन अवसर पर भगवन...
गंगा दशहरा हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहारों में से एक है। पुराणों में ऐसा कहा गया है कि जेष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को बुधवार के दिन हस्त नक्षत्र में पावन गंगा जी का स्वर्ग लोक में इस...
गायत्री जयंती एक शुभ हिंदू त्योहार है जो देवी गायत्री की जयंती मनाता है, जिन्हें दिव्य स्त्री शक्ति और ज्ञान, ज्ञान और ज्ञान की देवी माना जाता है। गायत्री जयंती हिंदू कैलेंडर के अनुसार ज्येष्ठ (मई-जून) के महीने में शुक्ल...
ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते हैं । इस व्रत में पानी का पीना वर्जित है, इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहते हैं। इस एकादशी को भीमसेन एकादशी भी कहा जाता है वर्ष भर की चौबीस...
ज्येष्ठ पूर्णिमा पूर्णिमा का दिन है जो हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार ज्येष्ठ (मई-जून) के महीने में आता है। यह हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है और भारत के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। हिंदू...
कबीर या भगत कबीर 15 वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। कबीर जी के रचनाओं ने हिन्दी प्रदेश के भक्ति को गहरे स्तर तक प्रभावित किया था। उनक लेखन का सिखों के आदि ग्रथ में भी देखा...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
योगिनी एकादशी Yogini Ekadashi का हिन्दू धर्म में खास महत्व बताया गया है ऐसी मान्यता है। इस एकादशी का व्रत करने से व्रती को बुरे से बुरे पापकर्मों के पाश से मुक्ति मिल जाती है। और सारी मनोकामनाएं भी पूर्ण...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को जगन्नाथ पुरी में यह रथ यात्रा निकलती है। इस रथ यात्रा में जगन्नाथ जी का रथ, बलभद्र जी का रथ एवं सुभद्रा का रथ शामिल होता है। जगन्नाथजी का रथ 45 फुट ऊँचा और 35 फुट...
गौरी व्रत, जिसे मोरकत व्रत के नाम से भी जाना जाता है, मुख्य रूप से गुजरात में आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी से पूर्णिमा तक मनाया जाता है। यह पांच दिवसीय व्रत अविवाहित कन्याओं द्वारा अच्छे जीवनसाथी की...
माहात्म्य : आषाढ़ शुक्ल एकादशी को देवशयनी एकादशी Devshayani Ekadashi कहते हैं। पुराणों में उल्लेख आया है कि इस दिन से भगवान विष्णु चार मास तक पाताल लोक में बलि के द्वार पर विश्राम शयन निवास करते हैं और कार्तिक...
जया पार्वती व्रत का महत्व जया पार्वती व्रत, माता पार्वती को समर्पित एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे सुहागिन स्त्रियां और अविवाहित कन्याएं दोनों ही श्रद्धापूर्वक करती हैं। सुहागिन स्त्रियां इस व्रत को अपने पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक...
हिन्दू धर्म में अनेक त्योंहार आते हैं। जिनमे से एक है कोकिला व्रत यह आषाढ़ मास की पूर्णिमा को रखा जाता है। ये विशेष रूप से स्त्रियो का व्रत है। यह व्रत दक्षिण भारत में अधिक प्रचलित है। इस व्रत...
आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) या व्यास पूर्णिमा कहते हैं। संस्कृत में ‘गुरु’ शब्द का अर्थ है ‘अंधकार को मिटाने वाला।’ गुरु साधक के अज्ञान को मिटाता है, ताकि वह अपने भीतर ही सृष्टि के स्रोत...
आषाढ़ पूर्णिमा, जिसे गुरु पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है, आषाढ़ (जून-जुलाई) के महीने में पूर्णिमा के दिन (पूर्णिमा) मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। यह शुभ दिन आध्यात्मिक गुरुओं, शिक्षकों और गुरुओं के प्रति आभार...
श्रावण मास में जितने भी मंगलवार आएँ, उनमें रखे गये व्रत गौरी व्रत कहलाते हैं। यह व्रत मंगलवार को रखे जाने के कारण मंगला गौरी व्रत Mangla Gauri Vrat कहलाते हैं। विधान : प्रात: नहा-धोकर एक चौकी पर सफ़ेद लाल...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी कहते हैं। इसे पवित्र एकादशी भी कहते हैं। प्रातःकाल स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराकर भोग लगाते हैं। आचमन के पश्चात् धूप, दीप,...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
हरियाली तीज Hariyali Teej एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो मुख्य रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। यह आमतौर पर श्रावण (जुलाई-अगस्त) के चंद्र महीने के शुक्ल पक्ष (शुक्ल पक्ष) के तीसरे दिन पड़ता...
श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी नाग पंचमी Naga Panchami के नाम से विख्यात है। इस दिन नागों का पूजन किया जाता है। इस दिन व्रत करके साँपों को दूध पिलाया जाता है। गरूड़ पुराण में ऐसा सुझाव दिया...
कल्कि अवतार भगवान विष्णु के दसवें और अंतिम अवतार माने जाते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार, विष्णु भगवान समय-समय पर अलग-अलग युगों में अलग-अलग अवतार लेकर धरती पर धर्म की स्थापना और अधर्म के नाश के लिए प्रकट होते हैं।...
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी पुत्र देने वाली होने के कारण पुत्रदा एकादशी के नाम से प्रसिद्ध है। इस दिन भगवान विष्णु का ध्यान कर व्रत रखना चाहिए। रात्रि में भगवान की मूर्ति के पास ही सोने का...
हिन्दुओं के चार प्रसिद्ध त्यौहारों में से रक्षा बन्धन का ‘त्यौहार एक है। यह श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह मुख्यतया भाई-बहन के स्नेह का त्यौहार है। इस दिन बहन-भाई के हाथ पर राखी बाँधती है और...
हयग्रीव जयंती हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के कई अवतार हैं, जिनमें से ‘हयग्रीव अवतार’ एक विशिष्ट रूप है। इसमें भगवान विष्णु ने घोड़े के सिर वाले मानव शरीर का रूप धारण किया। हयग्रीव को ज्ञान, विद्या, और शिक्षा के...
भारत विविधता में एकता का संगम है, जहाँ विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोग सैकड़ों त्योहार मनाते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण और धार्मिक त्योहार है नारली पूर्णिमा। यह त्योहार हिंदू प्रतियोगी कैलेंडर के अनुसार श्रावण महीने की पूर्णिमा को...
भारत की समृद्ध विरासत की नींव में संस्कृत भाषा का स्थान अद्वितीय है। यह देववाणी, वेदों की भाषा, ज्ञान-विज्ञान की जननी और भारतीय संस्कृति की धरोहर है। इस अमूल्य भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके महत्व को रेखांकित करने...
श्रावण पूर्णिमा, जिसे रक्षा बंधन के रूप में भी जाना जाता है, श्रावण (जुलाई-अगस्त) के महीने में पूर्णिमा के दिन (पूर्णिमा) मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। यह विशेष रूप से भाई-बहनों के लिए बहुत महत्व रखता है,...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
यह भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। इस लिए इसे गोगा पंचमी (Goga Panchami) कहा जाता है। इस दिन गोगादेव की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि गोगादेव साँपों से जीवन की रक्षा...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को किया जाता है। इस दिन शंकर-पार्वती की बालू की मूर्ति बनाकर पूजन किया जाता है। सुन्दर वस्त्रों कदली स्तम्भों से गृह को सजाकर नाना प्रकार के मंगल गीतों...
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी गणेश चतुर्थी के नाम से प्रसिद्ध है। इस दिन प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त होकर सोना, तांबा, चाँदी, मिट्टी या गोबर से गणेश की मूर्ति बनाकर उसकी पूजा करनी चाहिए। पूजन के समय इक्कीस...
राधा अष्टमी भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को कृष्ण प्रिया राधाजी का जन्म हुआ था। इसलिए यह दिन राधाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन राधा-कृष्ण की पूजा करनी चाहिए। राधा जी को पंचामृत से स्नान...
आषाढ़ माह में शेष शैया पर निद्रा-मग्न भगवान विष्णु भादों की शुक्ल पक्ष की एकादशी को करवट बदलते हैं। इस एकादशी को “पद्मा एकादशी” या परिवर्तनी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन लक्ष्मी पूजन करना श्रेष्ठ माना जाता है।
ओणम, जिसे थिरुवोनम के नाम से भी जाना जाता है, भारत के केरल राज्य में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाने वाला एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है। यह केरल में सबसे महत्वपूर्ण और व्यापक रूप से मनाया जाने वाला त्योहार...
आश्विन मास की अमावस्या ही पितृ विसर्जन अमावस्या के नाम से विख्यात है। इस दिन ब्राह्मण को भोजन तथा दान देने से पितर तृप्त हो जाते हैं तथा वे अपने पुत्रों को आशीर्वाद देकर जाते हैं। जिन परिवारों को अपने...
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी भगवान अनन्त का व्रत रखकर मनायी जाती है। इस व्रत के नाम से लक्षित होता है कि यह दिन उस अन्त न होने वाले सृष्टि के कर्ता विष्णु की भक्ति का दिन है।...
गणेश विसर्जन हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो गणेश चतुर्थी के उत्सव का अंतिम और भावपूर्ण भाग होता है। गणेश चतुर्थी का त्योहार भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और दस दिनों तक चलता...
भाद्रपद पूर्णिमा, जिसे भाद्रपद पूर्णिमा Bhadrapada Purnima या भाद्र पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण पूर्णिमा का दिन है। यह भाद्रपद के हिंदू महीने के उज्ज्वल आधे के पंद्रहवें दिन पड़ता है, जो...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
हमारे देश भारत में मनाये जाने वाले त्यौहार किसी न किसी रूप में बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देते हैं, लेकिन असल में जिस त्यौहार को इस संदेश के लिये जाना जाता है वह है। दशहरा Dussehra (विजयादशमी...
आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को पापांकुशा एकादशी कहते हैं। यह एकादशी पापरूपी हाथी को महावत रूपी अंकुश से बेधने के कारण पापाकुंशा एकादशी कहलाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए एवं ब्राह्मणों को भोजन...
Ashwin Purnima, also known as Ashwin Pournami, is a significant full moon day that falls in the Hindu month of Ashwin. It usually occurs in September or October in the Gregorian calendar. Ashwin Purnima holds religious and cultural significance and...
करवा चौथ कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन यदि सुहागिन स्त्रियां उपवास रखें तो उनके पति की उम्र लंबी होती है और उनका गृहस्थ जीवन सुखद होने लगता है।...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
अहोई अष्टमी, जिसे अहोई आठे या अहोई अष्टमी व्रत के रूप में भी जाना जाता है, माताओं द्वारा अपने बच्चों, विशेष रूप से पुत्रों की भलाई और लंबे जीवन के लिए मनाया जाने वाला एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है। यह...
भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की द्वादशी बछवारस के रूप में मनायी जाती है। इस दिन स्त्रियाँ मूँग, मोठ तथा बाजरा अंकुरित करके मध्याह्न के समय बछड़े को खिलाती हैं। व्रती भी इस दिन उपरोक्त अन्न का ही सेवन करता है।...
दीपावली या दीवाली Diwali अर्थात दीपों का त्योहार, नन्हा सा दीपक जब प्रकाश पाता है, तो अंधेरा हारने लगता है, और अमावस्या के काले अंधकार को रोशनी का पर्व बनकर दीपों की अवली यानी पंक्ति। इस प्रकार दीपों की पंक्तियों...
हिंदू धर्म में दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) की जाती है। हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन उत्सव मनाया जाता है। लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। इस दिन...
Gopashtami कार्तिक शुक्ल अष्टमी गोपाष्टमी से जानी जाती है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को गौ चराने के लिए वन भेजा गया था। इस दिन प्रातः काल गौओं को स्नान कराकर बछड़े सहित जल, अक्षत, रोली गुड़, जलेबी, वस्त्र तथा धूप-दीप...
भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं। इस दिन बहनें भाई को तिलक लगाकर उनके स्वस्थ तथा दीर्घायु होने की मंगलकामना करती है। बहिन भाई को भोजन कराकर...
छठ पूजा Chhath Puja, जिसे छठ या डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है, मुख्य रूप से भारतीय राज्यों बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के साथ-साथ नेपाल में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। यह सूर्य...
प्रबोधिनी एकादशी Prabodhini Ekadashi कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को कहा जाता है। प्रबोधिनी एकादशी को देवउठनी एकादशी या देवोत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है
तुलसी विवाह: महत्व और पौराणिक कथा तुलसी विवाह, जिसे शालिग्राम विवाह या तुलसी Kalyanam भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन,...
कार्तिक पूर्णिमा, जिसे कार्तिकी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण पूर्णिमा का दिन है जो कार्तिक के हिंदू महीने में पड़ता है। यह आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर में अक्टूबर या नवंबर में होता है। कार्तिक पूर्णिमा...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
Kaal Bhairav Jayanti कालभैरव जयन्ती हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की उपासना के लिए मनाया जाता है। यह पर्व मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता...
उत्पन्ना एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा का विधान है। एकादशी का व्रत रखने वाले दशमी के दिन शाम को भोजन नहीं करते हैं। एकादशी...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...
गीता जयंती Geeta Jayanti एक महत्वपूर्ण हिंदू त्यौहार है जो भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश, “श्रीमद् भगवद गीता,” की याद में मनाया जाता है। यह त्यौहार मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया मनाया...
मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी मोक्षदा एकादशी Mokshada Ekadashi कहलाती है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के प्रारम्भ होने के पूर्व मोहित हुए अर्जुन को श्रीमद्भगवद् गीता का उपदेश दिया था। इस दिन श्री कृष्ण का...
Datta Jayanti दत्तात्रेय जयंती एक हिंदू पर्व है जो भगवान दत्तात्रेय की जयंती के रूप में मनाया जाता है। भगवान दत्तात्रेय हिंदू धर्म में त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) के संयुक्त अवतार माने जाते हैं। दत्तात्रेय को शैवपंथी शिव का अवतार...
अन्नपूर्णा जयंती Annapurna Jayanti एक त्योहार है जो भोजन और पोषण की हिंदू देवी, देवी अन्नपूर्णा की जयंती मनाता है। यह कार्तिक के महीने में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर में अक्टूबर या नवंबर...
मार्गशीर्ष पूर्णिमा (Margashirsha Purnima) एक महत्वपूर्ण पूर्णिमा है जो हिंदू पंचांग में मार्गशीर्ष मास (वीरशिर्ष मास) के पूर्णिमा दिन मनाई जाती है। यह पूर्णिमा नवंबर और दिसंबर के बीच ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक आती है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा को धार्मिक और...
हिंदू धर्म में, संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पावन दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकारी के रूप में पूजा जाता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती...
पौष माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं। इसका व्रत करने से सारे कार्य सफल हो जाते हैं। इस व्रत को करने वाले को प्रातः स्नान करके भगवान अच्युत की आरती करें तथा भोग लगावें। अगरबत्ती,...
मासिक शिवरात्रि को हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को संहारकर्ता और माता पार्वती को सृजनकर्ता माना जाता...