भीष्म अष्टमी का हिंदू धर्म विशेष महत्व रखता है इस दिन को हिन्दू धर्म में एक त्योहार तरह मनाया जाता है। माघ मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भीष्म अष्टमी कहा जाता है। यह दिन जनवरी व फरवरी महीनें के दौरान आता है। यह वह दिन जो भारतीय महाकाव्य महाभारत के भीष्म को समर्पित है। भीष्म को ‘गंगा पुत्र भीष्म’ या ‘भीष्म पितामह’ के नाम से जाने जाते थे परन्तु भीष्म को मूल नाम ‘देवव्रत’ था। भीष्म, महाराजा शान्तनु के पुत्र थे और उनकी मां गंगा थी, इसलिए भीष्म को ‘गंगा पुत्र’ के नाम से जाना जाता है।
